Welcome to Thakur Bhavsingh art's & science College
ठाकुर भावसिंह कला एवं विज्ञान महाविद्यालय नरहरपुर जिला कांकेर छत्तीसगढ़ जो विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 11 में स्थित है। महाविद्यालय नरहरपुर मुख्यालय में स्थापित है जहां तहसील कार्यालय ब्लॉक मुख्यालय एवं वर्तमान नगर पंचायत मुख्यालय है। नरहरपुर जिले की सीमा से अन्य शहर मुख्यालय कांकेर 26 किमी, जिला मुख्यालय धमतरी 42 किमी, ब्लॉक चारामा जिला कांकेर 42किमी, ब्लॉक नगरी जिला धमतरी 42 किमी पर स्थितहै। कॉलेज 02किमी बस स्टैंड नरहरपुर से, यह धमतरी मुख्य मार्ग से 400 मीटर की दूरी पर स्थित है। यह कॉलेज नगर पंचायत नरहरपुर के वार्ड क्रमांक 12 में संचालित किया जा रहा है। महाविद्यालय की स्थापना हेतु क्षेत्रवासियों द्वारा 2004 में तत्कालीन विधायक स्वर्गीय श्री अघन सिंह ठाकुर विधानसभा क्षेत्र कांकेर से अनुरोध किया गया था, परंतु सत्र 2004 में नरहरपुर ग्राम पंचायत होने के कारण शासकीय महाविद्यालय खोलना संभव नहीं था। अतः तत्कालीन विधायक ने नरहरपुर क्षेत्र (जो कि पूर्णतः आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है) के गणमान्यनागरिकों के साथ मिलकर अपने पिता के नाम पर इस महाविद्यालय की स्थापना की और 20/07/2004 को महाविद्यालय का विधिवत शुभारम्भ किया गया। निजी महाविद्यालय होने के कारण विभिन्न समस्याओं का सामना करना स्वाभाविक था, लेकिन सभी के अथक प्रयास से उपरोक्त समस्याओं का समाधान हो गया। छत्तीसगढ़ शासन उच्च शिक्षा विभाग रायपुर द्वारा स्नातक स्तर पर कक्षाएं बीए और बीएससी संचालित करनेहेतु मान्यता प्राप्त है । बीए में फाउंडेशन कोर्स में हिंदी भाषा, अंग्रेजी भाषा, समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान,हिंदी साहित्य, भूगोल और बीएससी (बायो) में फाउंडेशन कोर्स में हिंदी भाषा, अंग्रेजी भाषा,रसायन विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, प्राणीशास्त्र विषयों का अध्ययन कराया जाता है।
ठाकुर भावसिंह कला एवं विज्ञान महाविद्यालय की स्थापना 20 जुलाई 2004 को किया गया। कांकेर जिला के सम्पूर्ण आदिवासी अंचल में स्थित महाविद्यालय का उद्देश्य विश्वविद्यालयीन पाठ्यक्रमों के अतिरिक्त नैतिक,सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक प्रयोगों के माध्यम से व्यक्तित्व परिष्कार का समाज को सभ्य एवं सुसंस्कृत मानवता प्रदान करना है। यह महाविद्यालय विद्या विस्तार के आलोक केन्द्र के रूप में स्थापित किया गया है। छात्रों को इस योग्य बनाने की विधि व्यवस्था करना भी हमारे पाठ्यक्रमों का अविच्छिन्न अंग रहा है। इसी तारतम्य में हमारे गुरूजनों के मार्गदर्शन एवं सहयोग से छात्र/ छात्राओं ने अनुशासन में रहते हुए कड़ा मेहनत कर सर्वश्रेष्ठ परीक्षा परिणाम दिये है तथा अन्य गतिविधियों में विकास खण्ड जिला स्तर,राज्य स्तर,राष्ट्र एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिये है। समयसमय पर प्राध्यापकों के लिए प्रशिक्षण व्यवस्था भी जारी है । सह शिक्षक के रूप में नारी शक्ति को जागृत कर समाज तथा राष्ट्र के विकास की दिशा में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करना है। आदिवासी अंचल में उच्च शिक्षा को व्यापक प्रचार की दिशा में यह महाविद्यालय महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
ठाकुर भावसिंह कला एवं विज्ञान महाविद्यालय को बस्तर विश्वविद्यालय से सम्बद्धता एवं छत्तीसगढ़ शासन उच्च शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त है।
महाविद्यालय का आदर्श वाक्य:-
॥ आरोह तमसो ज्योति ॥
अज्ञान रूपी अंधकार से निकलकर ज्ञान प्रकाश की ओर बढ़ो।